गरीबों का बिजली बिल व कर्ज माफ करने की मांग को लेकर माले का जोरदार प्रदर्शन

रिपोर्ट: दिनेश कुमार 

बलिया, 20 अगस्त।
भाकपा (माले) ने आज पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत बलिया रेलवे स्टेशन से जुलूस निकालते हुए जिला मुख्यालय पर विशाल धरना-प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में जुटे कार्यकर्ताओं ने “स्मार्ट मीटर लगाना बंद करो, बिजली बिल माफ करो, 200 यूनिट फ्री करो, माइक्रो फाइनेंस कंपनियों का कर्ज माफ करो” जैसे नारे लगाते हुए सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की।

धरना को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) के केन्द्रीय कमेटी सदस्य श्रीराम चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार ने चुनावों के समय “सबका साथ, सबका विकास” का नारा दिया था और हर साल 2 करोड़ युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था। लेकिन हकीकत यह है कि न तो युवाओं को रोजगार मिला और न ही महंगाई पर नियंत्रण हो पाया। किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा और बेरोजगारों को रोजगार से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सच कहना आज गुनाह समझा जा रहा है।

चौधरी ने आरोप लगाया कि योगी सरकार महिला हिंसा और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में विफल रही है। प्रदेश में विकास की जगह सांप्रदायिक माहौल बनाकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। ग्रामीण गरीब जिन जमीनों पर पुश्तैनी रूप से बसे हुए हैं, उन्हें आज तक घरौनी का अधिकार नहीं मिला। वहीं गरीबों को मुफ्त बिजली कनेक्शन देने के नाम पर सरकार अब उन्हें भारी-भरकम बिल थमा रही है और बिल न चुकाने पर बिजली काटी जा रही है।

उन्होंने कहा कि माइक्रो फाइनेंस कंपनियां समूह के नाम पर भोली-भाली ग्रामीण महिलाओं को कर्ज के जाल में फंसाकर ऊँचे ब्याज वसूल रही हैं। इससे परेशान होकर कई गरीब परिवार गांव छोड़ने और आत्महत्या करने को मजबूर हैं। चौधरी ने सवाल उठाया कि जब मोदी सरकार चंद बड़े पूंजीपतियों का लाखों-करोड़ों का कर्ज माफ कर सकती है तो गरीबों का छोटा-छोटा कर्ज और बिजली बिल क्यों नहीं माफ कर सकती?

माले की प्रमुख मांगे

ग्रामीण गरीबों को घरौनी का अधिकार दिया जाए।

गरीबों का बकाया बिजली बिल माफ किया जाए और 200 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाए।

माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के कर्ज में फंसी महिलाओं का ऋण माफ किया जाए।

गरीबों को सरकारी बैंकों से सस्ता कर्ज उपलब्ध कराया जाए।


प्रदर्शन के उपरांत मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता नियाज़ अहमद ने की तथा संचालन लक्ष्मण यादव ने किया। इस अवसर पर लक्ष्मण यादव, लाल साहब, बसंत कुमार सिंह, राधेश्याम चौहान, श्रीराम साहनी, बशिष्ठ राजभर समेत कई वक्ताओं ने संबोधित किया।
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