रिपोर्ट :दिनेश राजभर
मनियर (बलिया)। कांग्रेस पार्टी के मनियर ब्लॉक अध्यक्ष अभिषेक पाठक (उम्र लगभग 40 वर्ष) के आकस्मिक निधन की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। मृदुल स्वभाव और कर्मठ व्यक्तित्व के धनी अभिषेक पाठक ने कांग्रेस संगठन को मजबूत बनाने में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने सैकड़ों लोगों को कांग्रेस की सदस्यता दिलाकर पार्टी को क्षेत्र में सक्रिय बनाने का कार्य किया। उनके निधन से न सिर्फ कांग्रेस संगठन को अपूरणीय क्षति हुई है बल्कि क्षेत्र ने एक जुझारू और सामाजिक कार्यकर्ता को खो दिया।
पारिवारिक माहौल में कोहराम
निधन की खबर सुनते ही परिवारजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। पिता अशोक पाठक उर्फ मुन्ना पाठक, माता और छोटे भाई अभिनय पाठक सहित पूरा परिवार शोकाकुल हो उठा। अभिषेक पाठक अपने पिता के बड़े पुत्र थे। छोटे भाई अभिनय पाठक सेना में तैनात हैं और संयोगवश वे पहले से ही छुट्टी पर घर आए हुए थे।
स्वास्थ्य संबंधी समस्या बनी कारण
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, अभिषेक पाठक बीते कई दिनों से सीने में दर्द और खांसी से परेशान थे। चार दिन पूर्व उन्होंने लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में उपचार कराया था। इलाज के बाद वे सिकन्दरपुर में अपने परिचित के यहां ठहरे हुए थे और गुरुवार को गांव लौटने की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें तत्काल सिकन्दरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया। चिकित्सकों के अथक प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
अंतिम दर्शन को उमड़ी भीड़
उनके निधन की सूचना मिलते ही पूरे जिले से कांग्रेस कार्यकर्ता, नेता व स्थानीय लोग उनके आवास पर उमड़ पड़े। सभी ने उनके पार्थिव शरीर के दर्शन कर श्रद्धांजलि अर्पित की और शोक संवेदना व्यक्त की।
इस दुखद घड़ी में कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष उमाशंकर पाठक, पूर्व जिला अध्यक्ष सचिता तिवारी, सिकन्दरपुर मीडिया प्रभारी अबु फैजल, जिला सचिव विजेन्द्र पाण्डेय, जिला उपाध्यक्ष सागर सिंह राहुल, रामेश्वर राजभर, मनियर नगर अध्यक्ष महान उपाध्याय, सिद्धनाथ तिवारी, राकेश चौहान, अनुसूचित प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद, बीडीसी अनिल चौहान सहित सैकड़ों कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद रहे। सभी ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उनके योगदान को याद किया।
अभिषेक पाठक का अंतिम संस्कार मनियर स्थित परशुराम स्थान के पास बने मुक्ति धाम पर किया गया। जहां पर बड़ी संख्या में जनसमूह ने उन्हें अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी।