रिपोर्ट पवन कुमार गुप्ता
दुबहर। क्षेत्र के नगवा गांव स्थित श्री राधा माधव मंदिर (ठाकुर बाड़ी) में रविवार को आध्यात्मिक वातावरण और अधिक पावन हो गया, जब महान मनीषी संत त्रिदंडी स्वामी जी महाराज के कृपा पात्र शिष्य श्री लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी के आगमन से परिसर गुंजायमान हो उठा। उनके आगमन पर सर्वप्रथम राधा माधव मंदिर में विधिवत पूजन-अर्चन किया गया।
इस दौरान पंडित अश्वनी कुमार उपाध्याय के नेतृत्व में उपस्थित श्रद्धालुओं ने स्वामी जी का हार्दिक स्वागत किया।
श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए श्री लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी ने कहा कि धर्म केवल आस्था भर नहीं, बल्कि धारण करने योग्य आचरण है, जो जीवन में अनुशासन, शुचिता और संतुलन प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि यदि प्रत्येक व्यक्ति संस्कारों को आत्मसात करे और संस्कृति के संरक्षण हेतु प्रयासरत रहे, तो समाज में प्रेम, सौहार्द और शांति की स्थापना स्वतः हो जाएगी।
स्वामी जी ने यह भी कहा कि संस्कार और संस्कृति किसी भी राष्ट्र की आत्मा होते हैं।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से डॉ. अशोक उपाध्याय, जवाहरलाल पाठक, चंद्र कुमार पाठक, ब्रह्मा शंकर पांडे, डॉ. बृकेश पाठक, दिनेश पाठक, सुनील सिंह, सुनील मिश्रा, अरुण सिंह गामा, राधा कृष्ण पाठक, जगदीश पाठक, राकेश पाठक, भुवनेश्वर पासवान, भरत पाठक, पिंटू जावेद, प्रताप पाठक, विनोद पाठक, संजय पांडेय, कमलेश सिंह, शत्रुघ्न पांडे, रोहित चौबे, रमन पाठक, राजनाथ सिंह, सत्य नारायण पाठक, विजय शंकर तिवारी, उदय नारायण सिंह, काशीनाथ यादव, परमात्मानंद पांडेय, हरे राम पाठक, संतोष पांडेय, विमल पाठक पोंगा, अनिल पाठक, हरे राम शर्मा, दया शंकर मिश्र सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।